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बजट से पहले सुस्त पड़ी कोर सेक्टर की रफ्तार, राजकोषीय घाटे का ये रहा हाल

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Source :- LIVE HINDUSTAN

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Budget 2024: कल यानी एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश होने से पहले देश की इकोनॉमी से जुड़े आंकड़े आने लगे हैं। दिसंबर 2023 में आठ इंडस्ट्री के कोर सेक्टर की ग्रोथ धीमी होकर 3.8 प्रतिशत रह गई। यह 14 महीने का निचला स्तर है। एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 8.3 प्रतिशत था। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-दिसंबर के दौरान इन आठ क्षेत्रों की वृद्धि सालाना आधार पर 8.1 प्रतिशत पर स्थिर रही है। इनकी वृद्धि नवंबर में 7.9 प्रतिशत थी। बता दें कि आठ इंडस्ट्री में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल हैं।

राजकोषीय घाटा कितना
केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा दिसंबर, 2023 के अंत में 9.82 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो वार्षिक बजट अनुमान का 55 प्रतिशत है। कैग द्वारा जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। पिछले साल इसी अवधि में राजकोषीय घाटा 2022-23 के बजट अनुमान का 59.8 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सरकार का राजकोषीय घाटा 17.86 लाख करोड़ रुपये या जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। कैग के अनुसार, शुद्ध कर राजस्व प्राप्तियां दिसंबर, 2023 के अंत में 17.29 लाख करोड़ या पूरे वर्ष के लक्ष्य का 74.2 प्रतिशत थीं। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 80.4 प्रतिशत था। 

कुल खर्च कितना: केंद्र सरकार का अप्रैल-दिसंबर की अवधि के दौरान कुल व्यय 30.54 लाख करोड़ रुपये या चालू वर्ष के बजट अनुमान (बीई) का 67.8 प्रतिशत था। पिछले वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में व्यय बजट अनुमान का 71.4 प्रतिशत था। सरकार का इरादा 2025-26 तक राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 4.5 प्रतिशत से नीचे लाने का लक्ष्य है। 

कल पेश होगा बजट: आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल यानी 1 फरवरी को अपना पहला अंतरिम बजट पेश करेंगी। लोकसभा चुनाव की वजह से पेश हो रहा यह बजट अंतरिम है।

SOURCE : LIVE HINDUSTAN