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पहलगाम हमलाः शादी के महज़ छह दिन बाद हमले में मारे गए लेफ़्टिनेंट विनय नरवाल

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Source :- BBC INDIA

विनय नरवाल

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27 मिनट पहले

भारतीय नौसेना के 26 वर्षीय लेफ़्टीनेंट विनय नरवाल भी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए चरमपंथी हमले में मारे गए हैं.

नरवाल की शादी 16 अप्रैल को हुई थी और हमले से चार दिन पहले 19 अप्रैल को उनका रिसेप्शन हुआ था. वो पत्नी के साथ छुट्टी मनाने कश्मीर गए थे.

विनय के दादा हवा सिंह नरवाल ने पत्रकारों को बताया, “वो शादी के बाद स्विट्ज़रलैंड जाना चाहता था लेकिन वीज़ा नहीं मिला था, इसलिए वो कश्मीर गया. “

मूलरूप से हरियाणा के करनाल ज़िले के रहने वाले नरवाल ने दो साल पहले ही नौसेना में नौकरी शुरू की थी.

नरवाल के परिवार के मुताबिक़ वो इन दिनों कोच्चि में तैनात में थे. बीटेक करने के बाद नरवाल भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे.

विनय नरवाल

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उनकी मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय नौसेना ने कहा, “चीफ़ ऑफ़ नेवल स्टाफ़ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और भारतीय नौसेना के सभी जवान पहलगाम में हुए इस कायरतापूर्ण हमले में लेफ़्टीनेंट विनय नरवाल की मौत से सदमे में हैं.”

वो अपने परिवार के इकलौते बेटे थे. उनकी एक छोटी बहन हैं जो यूपीएससी की तैयारी कर रही हैं.

ये हमला पहलगाम की बैसारन घाटी में हुआ जिसे कश्मीर का ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ भी कहा जाता है. मंगलवार को हुए इस हमले में दो विदेशी नागरिकों समेत 26 लोग मारे गए हैं.

नरवाल का परिवार करनाल के भुसली गांव का है और करनाल शहर के सेक्टर 7 में रहता है.

परिवार के मुताबिक़, विनय नरवाल अपनी पत्नी के साथ हनीमून मनाने 21 अप्रैल को कश्मीर गए थे.

हवा सिंह नरवाल

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पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है जिसमें ज़मीन पर शव के पास एक महिला ख़ामोश बैठी है. ये तस्वीर विनय नरवाल और उनकी पत्नी हिमांशी की है.

बुधवार सुबह मीडिया से बात करते हुए विनय नरवाल के दादा हवा सिंह नरवाल ने कहा, “जिसने ये काम किया है उन्हें पकड़ा जाए और उन पर सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाए.”

उन्होंने कहा, “अगर उसे गोली ना लगी होती तो शायद दो-चार आतंकवादियों को पछाड़ देता. मैं चाहता हूं कि उसकी मौत का बदला लिया जाए. इस उग्रवाद को ख़त्म किया जाए.”

बुधवार सुबह से ही विनय नरवाल के घर लोगों का पहुंचना जारी है. उनकी मौत के बाद करनाल में लोग सदमे में हैं.

स्थानीय विधायक जगमोनह आनंद समेत कई राजनेता भी उनके परिजनों से मिलने पहुंचे.

मीडिया से बात करते हुए जगमोहन आनंद ने कहा, “जिस तरह से आतंकवादियों ने इस घटना को अंजाम दिया है, पूरा देश उससे आक्रोशित है. ऐसे आतंकवादियों को चुन-चुन करके इसका बदला लिया जाएगा. देश के प्रधानमंत्री सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर लौटे हैं. वो भी श्रीनगर जा रहे हैं. कुछ बड़ा ज़रूर होगा.”

उनके एक और पड़ोसी बीर सिंह ने कहा, “हम अपने दिल के दर्द को बयान नहीं कर सकते. हम चाहते हैं कि पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया जाए कि वो आइंदा आतंकवादी भेजने का सोचे भी नहीं.”

नरवाल की पत्नी हिमांशी गुरुग्राम की रहने वाली हैं और पीएचडी कर रही हैं. उनके पिता जीएसटी में सुपरिंटेंडेंट हैं और दादा पुलिस से रिटायर हैं.

विनय नरवाल के एक पारिवारिक मित्र ने स्थानीय मीडिया को दिए बयान में बताया है कि नरवाल ने शादी से पहले ही तय किया था कि वो हनीमून के लिए जम्मू-कश्मीर जाएंगे.

उनके इस दोस्त के मुताबिक़, नरवाल का एक मई को जन्मदिन था और उन्होंने हनीमून से लौटने के बाद घर पर ही परिवार के साथ जन्मदिन मनाने का प्लान बनाया था.

पहलगाम में हुए इस चरमपंथी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर वापस भारत आ गए हैं.

मोदी ने इस घटना को आतंकवादी हमला बताया है और कहा है कि हमले के ज़िम्मेदार लोगों को बख़्शा नहीं जाएगा.

वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे हाल के सालों में कश्मीर में आम नागरिकों को निशाना बनाते हुए किया गया सबसे बड़ा हमला बताया है.

इस हमले में कम से कम बीस लोगों की मौत के अलावा कई लोगों के घायल होने की जानकारी भी मिली है.

घायलों को अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.

SOURCE : BBC NEWS