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डायबिटीज कंट्रोल करने का बेस्ट तरीका, नाश्ते के समय में बदलाव से शुगर में कमी

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Source :- NEWS18

Diabetes Control Best Tips: डायबिटीज न हो, इसके लिए हेल्दी डाइट और रेगुलर एक्सरसइज पहली प्राथमिकता है लेकिन अगर डायबिटीज है तो इस मैनेज करने के लिए शोधकर्ताओं ने एक बेहतरीन तरीका खोज निकाला है.हाल ही में किए गए एक शोध से पता चला है कि यदि आप नाश्ता सुबह 9:30 बजे से लेकर 12 बजे के बीच करते हैं, तो यह आपके ब्लड शुगर लेवन मेंअधिक सुधार सकता है. शोधकर्ताओं ने पाया कि मिड मॉर्निंग में नाश्ता करने से पोस्टप्रांडियल ग्लाइसीमिया (खाने के बाद रक्त शर्करा का स्तर) सुबह जल्दी नाश्ता करने की तुलना में अधिक कम हो सकता है. इसके अलावा शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि अगर आप सुबह 7 बजे या 12 बजे नाश्ता करने के बाद 20 मिनट तक पैदल वॉक करते हैं तो पोस्टप्रांडियल ग्लाइसीमिया में और कमी आ जाएगी.

नाश्ते के बाद वॉक जरूरी
साइंस डायरेक्ट के मुताबिक हालांकि, अध्ययन में यह भी पाया गया कि अगर कोई व्यक्ति पहले नाश्ते से पहले वॉक कर लेता है और 9:30 बजे सुबह बेशक नाश्ता कर लेता है तो इससे शुगर लेवल में कोई कमी नहीं आती.शुगर लेवल में तभी कमी आती है जब आप नाश्ता कर लें और उसके बाद टहलने जाएं.इस अध्ययन के लेखकों ने कहा कि जब इस अभ्यास को लंबी अवधि तक अपनाया जाता है तो यह शुगर मैनेजमेंट में बेहतर रिजल्ट दे सकता है.साथ ही बढ़े हुए शुगर के कारण जिन बीमारियों का खतरा रहता है वह भी कम हो जाता है.इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम किया जा सकता है और शुगर के कारण हार्ट पर आए खतरे यानी कार्डियोमेटाबोलिक जोखिमों को भी कम किया जा सकता है.

अध्ययन में किया गया प्रयोग
शोधकर्ताओं ने अध्ययन को साबित करने के लिए प्रयोग में कुछ लोगों को शामिल किया. इन लोगों को पहलसेसे टाइप 2 डायबिटीज था. इन लोगों को तीन नाश्ता समूहों में बांट दिया गया. कुछ लोगों को सुबह 7 बजे नाश्ता करने के लिए कहा गया जबकि कुछ लोगों को सुबह 9:30 बजे नाश्ता करने के लिए कहा गया. वहीं कुछ लोगों को 12 बजे नाश्ता करने के लिए कहा गया. प्रत्येक प्रतिभागी को नाश्ता करने के 30-60 मिनट बाद 20 मिनट तक चलने के लिए कहा गया.उन्हें अपने भोजन सेवन और सोने की आदतों को रेखांकित करने के लिए कई तरह के सवाल पूछे गए. इस दौरान लगातार शुगर जांच और बीपी जांच की गई.

देर नाश्ते करने वालों में गजब का फर्क
अध्ययन के परिणामों से पता चला कि नाश्ते के समय को बदलने से प्रतिभागियों कैलोरी को लेने या भोजन की आवृत्ति में कोई खास बदलाव नहीं आया.लेकिन यह पता चला कि नाश्ते के समय बदलाव ने शुगर पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला. जिन लोगों ने मिड मॉर्निंग नाश्ता किया उनके शुगर लेवल में 57 mmol/L×2h और 12 बजे नाश्ता करने वाले के शुगर लेवल में 41 mmol/L×2h की कमी देखी गई. वहीं दूसरी ओर जल्दी नाश्ता करने वालों में कोई कमी नहीं देखी गई. साढ़े 9 बजे के बाद नाश्ता करने का शुगर लेवल पर जो प्रभाव दिखा वह तो दिखा ही, साथ ही शुगर लेवल बढ़ जाने के कारण जो वाइटल ऑर्गेन पर दबाव पड़ता है उसमें भी कमी आई. वैसे एक्सपर्ट का हमेशा कहना है कि डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए हेल्दी डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज जरूरी है.

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