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पार्टनरशिप में ये 5 खामियां ला सकती हैं बेचैनी और दूरी, वक्त रहते संभलें

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Source :- NEWS18

Signs Your Relationship Is Affecting Your Mental Health:प्यार भरे रिश्ते हमारी ज़िंदगी को बेहतर बनाते हैं, लेकिन जब इन रिश्तों में कुछ जरूरी चीजों की कमी आने लगती है, तो ये रिश्ता हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है. आजकल बहुत से कपल्स रिश्ते में होने के बावजूद खुद को अकेला, अनसुना और तनाव से भरा महसूस करते हैं. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि हम उन कमियों को पहचानें जो धीरे-धीरे एंग्जायटी का कारण बन सकती हैं. अगर समय रहते इन्हें ठीक न किया जाए, तो रिश्ता टूटने की कगार पर भी आ सकता है. आइए जानें ऐसी 5 अहम कमियों के बारे में जो रिश्ते में एंग्जायटी का कारण बन सकती हैं और उन्हें कैसे दूर किया जा सकता है.

संवाद की कमी-
रिश्ते की सबसे बड़ी नींव होती है बातचीत. जब कपल्स एक-दूसरे से खुलकर बात नहीं करते, अपनी भावनाएं और समस्याएं साझा नहीं करते, तो गलतफहमियां जन्म लेने लगती हैं. यह दूरी धीरे-धीरे एंग्जायटी का कारण बन सकती है. जब बात नहीं होती, तो मन में संदेह, डर और असुरक्षा घर कर जाती है.

क्या करें: हर दिन कुछ समय केवल बातचीत के लिए रखें, जिसमें एक-दूसरे की बातों को बिना टोके सुना जाए. नियमित संवाद से आप एक-दूसरे की भावनाओं को बेहतर समझ पाएंगे.

भरोसे की कमी-
अगर किसी रिश्ते में एक पार्टनर को बार-बार दूसरे पर शक होने लगे या भरोसा ना हो, तो इससे मानसिक तनाव पैदा होता है. विश्वास की कमी रिश्ते को जहरीला बना सकती है और पार्टनर की आत्मछवि भी प्रभावित होती है.

क्या करें: अगर किसी बात को लेकर संदेह हो, तो सीधे सवाल करें लेकिन आरोप न लगाएं. पारदर्शिता बनाए रखें और एक-दूसरे को स्वतंत्रता दें.

इमोशनल सपोर्ट का अभाव-
जब आप किसी कठिन दौर से गुजर रहे होते हैं और आपका पार्टनर उस समय आपके साथ नहीं होता या आपकी भावनाओं को नजरअंदाज करता है, तो इससे भावनात्मक दूरी बढ़ जाती है. यह अकेलापन एंग्जायटी को जन्म देता है.

क्या करें: अपने पार्टनर के इमोशनल ट्रिगर्स को समझने की कोशिश करें. मुश्किल समय में एक-दूसरे के साथ रहें, भले ही वह केवल सुनने तक ही सीमित क्यों न हो.

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तुलना करना-
अपने रिश्ते की तुलना दूसरों से करना या अपने पार्टनर को किसी और से बेहतर बताना, रिश्ते में हीन भावना और असुरक्षा को जन्म देता है. इससे दोनों के बीच दूरी और मनमुटाव बढ़ता है.

क्या करें: अपने रिश्ते की खूबसूरती को पहचानें. सोशल मीडिया पर दिख रहे रिश्तों की तुलना असल जिंदगी से न करें, क्योंकि हर रिश्ते की कहानी अलग होती है.

फिजिकल इंटीमेसी की कमी-
सिर्फ भावनात्मक ही नहीं, बल्कि शारीरिक निकटता भी रिश्ते को मजबूत बनाती है. जब यह दूरी बढ़ती है, तो एक पार्टनर खुद को उपेक्षित महसूस करने लगता है. यह दूरी कई बार रिश्ते में अविश्वास और चिंता का कारण बन जाती है.

क्या करें: एक-दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं, एक-दूसरे को स्पर्श के जरिए अपनापन महसूस कराएं और इस पहल में झिझक न करें.

रिश्तों को मजबूत बनाए रखना एक सतत प्रयास है. अगर इन कमियों को समय रहते समझकर सुलझा लिया जाए, तो न सिर्फ एंग्जायटी से बचा जा सकता है, बल्कि रिश्ता भी गहराता है. याद रखें, एक मजबूत रिश्ता केवल प्यार से नहीं, बल्कि समझदारी, सम्मान और भरोसे से बनता है. अगर आप भी अपने रिश्ते में किसी तरह की चिंता या तनाव महसूस कर रहे हैं, तो इन बिंदुओं पर जरूर गौर करें.

SOURCE : NEWS 18