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राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा- मुंहतोड़ जवाब देंगे और जैसा चाहते हैं, वैसा होकर रहेगा

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Source :- BBC INDIA

राजनाथ सिंह

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2 घंटे पहले

पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है और इस बीच दोनों देशों के राजनेताओं के लगातार बयान आ रहे हैं.

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री समेत कई राजनेता भारत की ओर से सैन्य कार्रवाई की आशंका जता रहे हैं. भारत में भी लगातार ऐसे बयान आ रहे हैं जिनमें पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की जा रही है.

अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि उनकी ये ज़िम्मेदारी है कि वो ‘सेना के साथ मिलकर देश के ऊपर आंखें उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब’ दें.

इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने कोई संकेत दिए बिना एक कार्यक्रम में दर्शकों से ये भी कहा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जैसा आप चाहते हैं, वैसा होकर रहेगा.’

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राजनाथ सिंह का बयान
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राजनाथ सिंह ने क्या कहा?

दिल्ली में रविवार शाम सनातन संस्कृति जागरण महोत्सव के कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने न ही पहलगाम हमले और न ही पाकिस्तान का ज़िक्र किया लेकिन इशारों-इशारों में कई बातें कही दीं.

रक्षा मंत्री ने कार्यक्रम में लोगों के सामने कहा, “एक राष्ट्र के रूप में भारत के भौतिक स्वरूप की सुरक्षा हमारे वीर सैनिकों ने हमेशा की है. वहीं भारत के आध्यात्मिक स्वरूप की सुरक्षा हमारे ऋषियों और मनीषियों ने की है. जहां एक तरफ़ हमारे सैनिक रणभूमि में लड़ते हैं वहीं दूसरी तरफ़ हमारे संत जीवन भूमि में लड़ते हैं.”

“साथियो एक रक्षा मंत्री के रूप में मेरा दायित्व है कि मैं अपने सैनिकों के साथ मिलकर देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करूं. और मेरा यह दायित्व है कि देश के ऊपर आंख उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब दूं.”

इतना कहने के बाद उनके बयान पर काफ़ी तालियां बजीं और नारे लगे जिसके बाद राजनाथ सिंह ने कहा, “आप सभी हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को अच्छी तरह जानते हैं. उनकी कार्यशैली से भी अच्छी तरह परिचित हैं, उनकी दृढ़ता से भी अच्छी तरह परिचित हैं.”

“जोखिम उठाने का भाव उन्होंने किस तरीके से सीखा है अपनी ज़िंदगी में.. उससे भी आप अच्छी तरह से समझते हैं. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में जैसा आप चाहते हैं, वैसा होकर रहेगा.”

इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम में बैठे कई साधू-संतों से कहा कि वो उनका आशीर्वाद चाहते हैं ताकि फिर से राजनीति नामक शब्द जो अपना अर्थ खो चुका है उसे भारत की राजनीति में फिर से स्थापित किया जा सके.

बैठक

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किसने क्या बोला?

वहीं इसी कार्यक्रम में शामिल हुए योगगुरु रामदेव ने भी बयान दिया. उन्होंने कार्यक्रम से इतर ये कहा कि ‘पाकिस्तान भारत के साथ युद्ध में चार दिन भी खड़ा नहीं रह सकता है. मुझे लगता है कि हमें अगला गुरुकुल एक कराची में और एक लाहौर में बनाना पड़ेगा.’

पहलगाम हमले पर राजनेताओं के बयान लगातार आना जारी हैं.

पटना में आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि ‘आज तक सदन में हम पूछते रहे हैं कि पुलवामा कैसे हुआ, अगर पुलवामा की रिपोर्ट आती तो पहलगाम की घटना न होती. किसी के बयान को उठाकर उत्पात मचाने से कुछ नहीं होगा. देश एक स्वर में सोचता है.’

वहीं पूर्वी चंपारण में एक रैली में एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ‘इन आतंकी हमलों को ख़त्म करने के लिए हम उम्मीद करते हैं कि देश के प्रधानमंत्री पाकिस्तान से आए हुए आतंकवादी और पाकिस्तान जैसे फ़ेल्ड स्टेट के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेंगे.’

ख़्वाजा आसिफ़ का बयान

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने क्या कहा?

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जहां पाकिस्तान का नाम खुलकर नहीं लिया है. वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ खुलकर भारत की ओर से किसी संभावित कार्रवाई की आशंका जता चुके हैं.

इसके साथ ही वो साफ़ कहते रहे हैं कि पाकिस्तान भी जवाबी कार्रवाई करेगा.

हाल ही में पाकिस्तान के एक निजी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में ख़्वाजा आसिफ़ ने कहा था कि अगर भारत ने ‘पाकिस्तान के पानी को रोकने या उसकी दिशा बदलने के लिए कोई ढांचा या निर्माण किया तो उसे नष्ट कर दिया जाएगा.’

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कई सख़्त कदम उठाए थे, जिनमें साल 1960 के सिंधु नदी जल समझौते को निलंबित करना भी शामिल था.

पाकिस्तान के निजी चैनल जियो न्यूज़ के कार्यक्रम ‘नया पाकिस्तान’ में बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा था, “अगर भारत सिंधु जल संधि का उल्लंघन कर पानी रोकने या उसकी दिशा मोड़ने के लिए कोई ढांचा बनाता है तो इसे पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हमला माना जाएगा और हम उस ढांचे को नष्ट कर देंगे.”

उन्होंने कहा था कि “सिंधु जल संधि का उल्लंघन करना आसान नहीं है, यह पाकिस्तान के ख़िलाफ़ जंग की घोषणा होगी. कोई हमला सिर्फ़ तोप के गोले या बंदूक चलाने तक ही सीमित नहीं है, इसके कई रूप हैं, जिनमें से एक यह भी है. इससे देश के लोग भूख या प्यास से मर सकते हैं.”

इससे पहले सिंधु जल समझौते पर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो के बयान पर भारत में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी.

बिलावल भुट्टो ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सक्खर में आयोजित एक रैली में कहा था कि ‘या तो सिंधु नदी से हमारा पानी बहेगा या उनका ख़ून बहेगा.’

उनके बयान पर भारत के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल समेत कई बड़े नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.

हालांकि बीबीसी के साथ बातचीत में बिलावल भुट्टो ने अपने बयान पर सफ़ाई दी और कहा कि रैली में उन्होंने ‘आम पाकिस्तानी जनता की भावनाओं’ को ही दोहराया था.

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भारत की पाकिस्तान पर कार्रवाई

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कई फ़ैसले लिए हैं. सिंधु जल समझौते को स्थगित करने के अलावा भारत ने पाकिस्तान से सभी तरह के आयात पर पूरी तरह से रोक लगा दी है.

वहीं, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ शिपिंग ने आदेश जारी कर कहा है कि पाकिस्तान के जहाज़ों को भारत के बंदरगाहों पर एंट्री नहीं दी जाएगी.

डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ फॉरेन ट्रेड यानी डीजीएफ़टी ने दो मई को नोटिफिकेशन जारी कर कहा, “पाकिस्तान से सभी तरह के प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष आयात पर तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है.”

शनिवार को डायरेक्टरेट जनरल ऑफ शिपिंग ने कहा, “मर्चेंट शिपिंग एक्ट 1958 की धारा 411 का इस्तेमाल करते हुए ये आदेश जारी किया जा रहा है. पाकिस्तान का झंडा लगे जहाज़ को किसी भी भारतीय बंदरगाह पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. भारतीय झंडे वाला जहाज़ पाकिस्तान के किसी भी बंदरगाह पर नहीं जाएगा.”

ग्राफ़िक कार्ड

पाकिस्तान ने क्या क़दम उठाए?

पाकिस्तान ने भी भारत की ओर से उठाए गए कदमों का जवाब दिया है.

पाकिस्तान ने भारत के स्वामित्व वाली या उसकी ओर से संचालित सभी एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है.

साथ ही वाघा सीमा को भी बंद किया गया है.

पाकिस्तान ने सिख तीर्थयात्रियों को छोड़कर सार्क वीज़ा छूट कार्यक्रम के तहत सभी भारतीय नागरिकों को दिए गए सभी वीज़ा निलंबित कर दिए हैं और कहा है कि इन्हें रद्द माना जाना चाहिए.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

SOURCE : BBC NEWS