Source :- LIVE HINDUSTAN
साल 2011 की यह घटना है, जब क्रिसमस की सुबह सनसनीखेज हत्याकांड ने हर किसी को हिलाकर रख दिया। सांता क्लॉज की ड्रेस पहने एक व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो देखा कि गिफ्ट रैपिंग पेपर के बीच 7 शव पड़े हुए हैं। हमलावर की पहचान 56 वर्षीय ईरानी मूल के अजीज यज्दानपनाह के तौर पर हुई। उसने घर पर क्रिसमस पार्टी में अलग रह रही पत्नी, उसके 2 बच्चों, पत्नी की बहन, बहनोई और अपनी भतीजी की हत्या कर दी। यह खबर सुनकर हर कोई दंग रह गया था। लोगों को इस पर विश्वास करना मुश्किल हो रहा था।
रिपोर्ट के मुताबिक, अजीज जब घर पहुंचा तो उसकी भतीजी ने अपने प्रेमी को उसके आने के बारे में शिकायत भरा संदेश भेजा। उसने लिखा, ‘हम अभी-अभी यहां पहुंचे हैं और मेरे चाचा भी आए हुए हैं। वह सांता के वेश में हैं। अब वह पिता बनने का दिखावा कर रहे हैं और फादर ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीतना चाहते हैं।’ इसके 20 मिनट बाद ही अजीज ने भतीजी और परिवार के बाकी लोगों को गोली मार दी। इस दौरान उसने खुद को भी गोली मारी, मगर अपनी जान लेने से पहले इन हत्याओं की रिपोर्ट करने के लिए 911 पर कॉल भी किया।
सिर, छाती और पेट में कई बार मारी गोली
हत्याकांड के बारे में सूचना मिलने के तीन मिनट बाद ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। अजीज ने अपनी 55 वर्षीय पत्नी फतेमेह रहमती, उनके 14 वर्षीय बेटे अली और 19 वर्षीय बेटी नोना को गोली मारी थी। उसने अपनी पत्नी की बहन 58 वर्षीय जोहरे रहमती, उसके पति 59 वर्षीय मोहम्मद होसैन जरेई और उनकी 22 वर्षीय बेटी सहरा को भी मार डाला था। इन पीड़ितों को सिर, छाती और पेट में कई बार गोली मारी गई थी। घटनास्थल से 2 पिस्तौलें बरामद की गईं। बाद में मीडिया से बातचीत में एक पारिवारिक मित्र ने बताया कि अजीज को पार्टी में बुलाया नहीं गया था। उसने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अजीज से बात की थी। इस दौरान उसने बताया कि उसकी भाभी का उसकी पत्नी और बच्चों पर नियंत्रण रहता है। वे उसी की बातें सुनते हैं।
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