Source :- LIVE HINDUSTAN
शेयर मार्केट में कमजोरी के कारण भारत के कुछ दिग्गज निवेशकों के लिए मार्च तिमाही तबाही लेकर आई। उनके नेटवर्थ में भारी गिरावट देखी गई, जिससे सभी पोर्टफोलियो डूब गए।

शेयर मार्केट में कमजोरी के कारण भारत के कुछ सबसे धनी निवेशकों के लिए मार्च तिमाही तबाही लेकर आई। उनके नेटवर्थ में भारी गिरावट देखी गई, जिससे सभी पोर्टफोलियो डूब गए। प्राइमइन्फोबेस डॉट कॉम के आंकड़ों से पता चलता है कि तीसरी तिमाही की तुलना में उनकी होल्डिंग्स की कीमत में 5% से 31% तक की गिरावट आई है। पोर्टफोलियो वैल्यू का कैल्कुलेशन यूएचएनआई होल्डिंग्स के आधार पर की गई थी, जो संबंधित कंपनियों में इक्विटी बेस के 1% से अधिक थी।
ईटी के मुताबिक 31 मार्च 2024 को रेखा झुनझुनवाला की होल्डिंग्स की वैल्यू 68285 करोड़ रुपये थी। 31 मार्च 2025 को यह वैल्यू घटकर 57594 करोड़ रुपये रह गई। झुनझुनवाला को 15.7 प्रतिशत का नुकसान हुआ। आकाश भंसाली के होल्डिंग्स की वैल्यू एक साल में 7690 करोड़ रुपये से घटकर 6975 करोड़ पर आ गई। कुल नुकसान हुआ 9.3 पर्सेंट का। मुकुल अग्रवाल को इस अवधि में 16.1 प्रतिशत का भारी नुकसान हुआ। उनकी संपत्ति 6712 करोड़ से घटकर 5633 करोड़ रुपये रह गई।
विजय केडिया को सबसे अधिक 30.7 पर्सेंट का झटका
इन्वेस्टर आशीष धवन का पोर्टफोलियो भी 7.8 पर्सेंट नुकसान में रहा। एक साल में इनकी पोर्टफोलियो की वैल्यू 3643 करोड़ से घटकर 3358 करोड़ रुपये पर आ गई। नेमिष शाह को 31 मार्च 2024 से 31 मार्च 2025 के बीच 16.4 पर्सेंट का नुकसान हुआ। विजय केडिया को सबसे अधिक 30.7 पर्सेंट का झटका लगा। उनके पोर्टफोलियो की वैल्यू 1549 करोड़ से घटकर 1074 करोड़ रुपये रह गई। आशीष कचोलिया को 16.9 प्रतिशतत का नुकसान झेलना पड़ा। उनके पोर्टफोलियो की वैल्यू एक साल में 2097 करोड़ से गिरकर 1743 करोड़ रुपये रह गई।
रेखा झुनझुनवाला, मुकुल अग्रवाल, नेमिश शाह, आशीष कचोलिया और विजय केडिया उन निवेशकों में शामिल थे, जिनके पोर्टफोलियो को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। मधुसूदन केला, आशीष धवन, अनिल गोयल और आकाश भंसाली के पोर्टफोलियो अपेक्षाकृत सुरक्षित रहे। मोटे तौर पर, कुछ निवेशकों ने तिमाही के दौरान 1% से अधिक की नई खरीदारी की।
SOURCE : LIVE HINDUSTAN