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भारत 24 पदक के साथ दूसरे स्थान पर; सचिन, पारुल और महिला रिले टीम को रजत

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Source :- LIVE HINDUSTAN

भारत ने 26वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कुल 24 पदकों के साथ अपने शानदार अभियान का समापन किया है। भारत के कुल 24 पदकों में आठ स्वर्ण, 10 रजत और छह कांस्य पदक शामिल है।

भारत ने 26वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड, कई व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और अंतिम दिन छह पदकों के साथ कुल 24 पदकों के साथ अपना अभियान खत्म किया। भारतीय खिलाड़ी प्रतियोगिता के आखिरी दिन शनिवार को स्वर्ण पदक जीतने में नाकाम रहे लेकिन उन्होंने शानदार प्रदर्शन से तीन रजत और इतने ही कांस्य पदक हासिल किए। पारुल चौधरी ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए दूसरा रजत पदक जीता और भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव भी दूसरे स्थान पर रहे जबकि धावक अनिमेष कुजूर ने राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ते हुए कांस्य पदक जीता। विथ्या रामराज और पूजा ने भी अपनी-अपनी स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीते।

अभिनया राजराजन, स्नेहा एसएस, श्राबनी नंदा और नित्या गंधे की चौकड़ी ने महिलाओं की चार गुणा 400 मीटर रिले में सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 43.86 सेकंड के समय के साथ रजत पदक हासिल किया जो इस प्रतियोगिता में भारत का आखिरी पदक रहा।

भारत टेबल में दूसरे स्थान पर रहा

भारत का अभियान इस तरह आठ स्वर्ण, 10 रजत और छह कांस्य पदकों के साथ खत्म हुआ। भारतीय दल पिछले सत्र में 27 पदक जीते थे। भारत के कुल पदकों की संख्या पिछली बार से तीन कम है लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने इस बार दो स्वर्ण पदक अधिक जीते हैं। भारत पदक तालिका में चीन के बाद दूसरे स्थान पर रहा। चीन ने 19 स्वर्ण, नौ रजत और चार कांस्य पदक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया।

भारत का यह 2017 में भुवनेश्वर में हुए इन खेलों के बाद सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भुवनेश्वर में भारत 29 पदक (10 स्वर्ण, छह रजत और 13 कांस्य) के साथ तालिका में शीर्ष पर था। जापान पांच स्वर्ण, 11 रजत और 12 कांस्य पदक के साथ तालिका में तीसरे स्थान पर रहा। पारुल महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में 15 मिनट 15.33 सेकंड (15:15.33 सेकंड) का समय लेकर दूसरे स्थान पर रहीं। उन्होंने इससे पहले 3000 मीटर मीटर स्टीपलचेज में भी रजत पदक जीता था।

सचिन ने किया व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा की अनुपस्थिति में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए। उभरते सितारे 25 वर्षीय यादव ने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 85.16 मीटर तक भाला फेंका। वह मौजूदा ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम से पीछे रहे, जिन्होंने 86.40 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता।

सचिन यहा विश्व चैंपियनशिप के क्वालीफिकेशन मार्क 85.50 मीटर को मामूली अंतर से चूक गये। उन्होंने अपने टखने और कंधे की चोट का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपने प्रदर्शन से संतुष्ठ नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं संतुष्ट नहीं हूं। मैं हालांकि पदक और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ वापस जाऊंगा।’’

उत्तर प्रदेश में बागपत के निकट खेकड़ा गांव के एक किसान परिवार में जन्में यादव का इससे पहले व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 84.39 मीटर था। इस स्पर्धा में भाग ले रहे भारत के एक अन्य खिलाड़ी यशवीर सिंह ने भी प्रभावित किया तथा 82.57 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांचवां स्थान हासिल किया।

कुजूर ने कांस्य पदक जीता

इससे पहले कुजूर ने प्रतियोगिता के अंतिम दिन पुरुषों की 200 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए 20.32 सेकंड का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए कांस्य पदक जीता। इस 21 वर्षीय खिलाड़ी ने 20.40 सेकंड का अपना पिछला रिकॉर्ड बेहतर किया, जो उन्होंने इस वर्ष की शुरुआत में राष्ट्रीय फेडरेशन सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बनाया था।

अनिमेष कुजूर की तेजी से हो रही प्रगति से बेहद प्रभावित भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और खुद फर्राटा धावक रहे आदिल जे सुमारिवाला ने इस युवा खिलाड़ी को देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक बताया।

उन्होंने कहा, ‘‘वह एक बेहतरीन एथलीट है। वह बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। वह अगर अपनी शुरुआत को थोड़ा और बेहतर कर सके, तो उसे पछाड़ा काफी मुश्किल होगा। वह भारत के सबसे अच्छे धावकों में से एक है।’’

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जापान के तोवा उजावा ने 20.12 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक, जबकि सऊदी अरब के अब्दुलअजीज अताफी (20.31 सेकंड) ने रजत पदक जीता। महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में एशियाई खेलों की पदक विजेता विथ्या ने भारत को दिन का दूसरा कांस्य पदक दिलाया। तमिलनाडु की 26 वर्षीय एथलीट ने 56.46 सेकंड का समय लेकर पोडियम स्थान हासिल किया।

चीन की मो जियादी ने 55.31 सेकंड में स्वर्ण पदक जीता, जबकि बहरीन की ओलुवाकेमी अडेकोया 55.32 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रही। इस दौड़ में भाग लेने वाली दूसरी भारतीय खिलाड़ी अनु राघवन 57.46 सेकंड का समय लेकर सातवें स्थान पर रहीं।

पूजा ने भारत के लिए दिन का तीसरा कांस्य पदक जीता। उन्होंने महिलाओं की 800 मीटर दौड़ 2:01.89 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ पूरी करके तीसरा स्थान हासिल किया।

महिलाओं की 200 मीटर की दौड़ में ज्योति याराजी 23.47 सेकंड के समय के साथ पांचवें जबकि नित्या गंधे 23.90 सेकंड के समय के साथ सातवें स्थान पर रहीं। याराजी ने इस सप्ताह की शुरुआत में महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था। पुरुषों की 800 मीटर दौड़ में कृष्ण कुमार और अनु कुमार क्रमश: सातवां और आठवां स्थान हासिल किया।

SOURCE : LIVE HINDUSTAN