Source :- LIVE HINDUSTAN
कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमले के बाद भारत ने एक और बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत भारत ने अगले महीने इस्लामाबाद में होने वाले मध्य एशियाई वॉलीबॉल प्रतियोगिता से अपना दल हटा लिया है।

कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमले के बाद भारत ने एक और बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत भारत ने अगले महीने इस्लामाबाद में होने वाले मध्य एशियाई वॉलीबॉल प्रतियोगिता से अपना दल हटा लिया है। पाकिस्तान वॉलीबॉल महासंघ (पीवीएफ) ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी। पीवीएफ के अधिकारी अब्दुल अहद ने कहाकि भारत ने 28 मई से जिन्ना परिसर में शुरू होने वाली चैंपियनशिप के लिए 22 खिलाड़ियों सहित 30 सदस्यीय टीम भेजने की पुष्टि की थी।
रद्द हुई एनओसी
अहद ने कहाकि भारतीय वॉलीबॉल अधिकारियों ने क्षेत्रीय संस्था को सूचित किया है कि उनकी सरकार ने पहलगाम में हुई घटना के बाद टूर्नामेंट के लिए उन्हें जारी किए गए एनओसी (अनापत्ति पत्र) को रद्द कर दिया है। उन्होंने कहाकि यह जानकर निराशा हुई कि भारत ने चैंपियनशिप से नाम वापस ले लिया है। उनकी जगह अफगानिस्तान या श्रीलंका की टीम लेगी। इस प्रतियोगिता में ईरान, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान की टीमें हिस्सा लेंगी।
22 अप्रैल को हुआ था हमला
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ गया है। इसके बाद भारत ने कई अहम रणनीतिक फैसले लिए हैं। दोनों देशों के बीच कई समझौतों को रद्द कर दिया गया है। इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने रविवार को 23 भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी की सुविधा प्रदान की जो पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के प्रोडक्शन और प्रसारण टीम का हिस्सा थे। पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सीमा तनाव बढ़ने के बाद पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान में सभी भारतीय नागरिकों को 30 अप्रैल तक देश छोड़ने के लिए कहा था।
वाघा बॉर्डर से लौटे
पीसीबी के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि पीएसएल मैचों के प्रोडक्शन और प्रसारण के लिए पाकिस्तान में मौजूद 23 भारतीय नागरिकों को वापस भेज दिया गया है। अधिकारी ने कहाकि सभी भारतीय नागरिक लाहौर से वाघा सीमा के रास्ते स्वदेश लौट आए। भारतीय कैमरामैन और तकनीशियनों को कंपनी ने काम पर रखा है जो पीएसएल मैचों का प्रोडक्शन और प्रसारण कर रही है। अधिकारी ने कहा कि प्रसारण की गुणवत्ता को प्रभावित नहीं होने देने के लिए कंपनी ने भारतीयों की कमी को पूरा करने के लिए विदेशी और स्थानीय कैमरामैन तथा तकनीशियनों को काम पर रखा है।
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