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तुर्की का वो ड्रोन जिसके इस्तेमाल का भारत ने पाकिस्तान पर लगाया है आरोप

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Source :- BBC INDIA

सोनगार ड्रोन

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एक घंटा पहले

भारत ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान ने गुरुवार रात अलग अलग हिस्सों को बड़े पैमाने पर ड्रोन्स से निशाना बनाया.

शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफ़िंग में कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने कहा, ” पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार की रात सैन्य बुनियादी ढाँचे को निशाना बनाया. पाकिस्तान की तरफ़ से 300 से 400 ड्रोन छोड़े गए.”

हालाँकि, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने हमले की बात से इनकार किया था.

कर्नल सोफ़िया ने कहा, “लेह से लेकर सर क्रीक तक 36 स्थानों पर 300-400 ड्रोन से घुसपैठ का प्रयास किया गया. भारतीय सुरक्षा बलों ने काइनेटिक और नॉन काइनेटिक साधनों का उपयोग कर इनमें से कई ड्रोन्स को मार गिराया.”

उन्होंने कहा, “इतने बड़े पैमाने पर हवाई घुसपैठों का संभावित उद्देश्य हवाई रक्षा प्रणालियों का परीक्षण करना और खुफ़िया जानकारी इकट्ठा करना था. ड्रोन के मलबे की फॉरेंसिक जाँच की जा रही है. प्रारंभिक जाँच से पता चलता है कि ये तुर्की के एसिसगॉर्ड सोनगर ड्रोन हैं.”

सोनगर ड्रोन्स क्या हैं?

भारतीय सेना

सोनगर ड्रोन्स हथियार ले जाने में सक्षम यूएवी यानी मानव रहित हवाई वाहन हैं जिसे तुर्की की डिफ़ेंस फ़र्म आसिसगॉर्ड ने डिज़ाइन और विकसित किया है.

तुर्की की सैन्य साजो सामान बनाने वाली फ़र्म आसिसगॉर्ड की वेबसाइट के अनुसार, सोनगार के पास टार्गेट को पहचानने और उसे नष्ट करने की विशेष क्षमता है और यह तुर्की का पहला राष्ट्रीय हथियारबंद ड्रोन सिस्टम है.

इसे 2020 में पहली बार तुर्की की सशस्त्र सेना में सामिल किया गया.

वेबसाइट का दावा है कि सोनगार का इस्तेमाल बॉर्डर और क्रॉस बॉर्डर सैन्य अभियानों में ज़मीन पर मौजूद वाहन से तालमेल के साथ छुपे हुए या प्रत्यक्ष ख़तरों के ख़िलाफ़ बड़ी संख्या में गोले दागने में किया जा सकता है.

इसमें कैमरे लगे होते हैं जिससे इसे निगरानी और रियल टाइम तस्वीरें हासिल करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा ज़रूरत पड़ने पर हमले के लिए भी प्रभावी तरीक़े से इस्तेमाल किया जा सकता है.

इसकी रेंज 5 से 10 किलोमीटर तक है और इसमें स्वतः उड़ान भरने और लैंड करने की भी क्षमता है.

सोनगार ड्रोन कैसे काम करता है?

सोनगार ड्रोन

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फ़र्म के दावे के मुताबिक़, सोनगार की एक ख़ास विशेषता है इसका ऑटोमेटिक मशीन गन के साथ लैस होना.

इसे दिन या रात में सैन्य और सुरक्षा अभियानों में बखूबी इस्तेमाल किया जा सकता है.

फ़र्म की वेबसाइट में दावा किया गया है कि हथियारबंद सोनगार ड्रोन्स को असॉल्ट राइफ़ल, ग्रेनेड लॉन्चर, ड्रम ग्रेनेड लॉन्चर, मोर्टार ग्रिपर और आंसू गैस के गोले से लैस किया जा सकता है. ये तीन किलोमीटर दूर से ही अपने लक्ष्य को निशाना बना सकता है.

ऑटोमेटिक मशीन गन से लैस सोनगार ड्रोन 200 राउंड की गोलियां चलाने में सक्षम होते हैं.

इनमें रियल टाइम वीडियो ट्रांसमिशन की सुविधा है और इसे ज़मीन से नियंत्रित किया जा सकता है और जीपीएस के माध्यम से लक्ष्य तक स्वचालित या नियंत्रित तरीक़े से पहुंचाया जा सकता है.

चूंकि इसे सैन्य उपयोग के लिए बनाया गया है इसलिए इसकी सटीकता का भी फ़र्म दावा करती है.

एक और ख़ासियत ये है कि अगर संचार में बाधा हो या बैटरी फ़ेल की समस्या हो तो यह ड्रोन स्वतः वापस लौटने में सक्षम है.

फ़र्म की वेबसाइट में कहा गया है कि सोनगार ड्रोन को ज़मीनी वाहनों भी लगाया जा सकता है और अकेले यूएवी अभियानों पर भी भेजा जा सकता है.

साल 2020 में इसे 4×4 बख़्तरबंद वाहन पर लगाया गया ताकि क़रीबी लड़ाई और निगरानी में मदद मिल सके.

2024 में रेपकॉन डिफ़ेंस सिस्टम्स कंपनी ने आसिसगॉर्ड के साथ मिलकर 40 एमएम मल्टिपल ग्रेनेड लॉन्चर से सोनगार ड्रोन को लैस किया जिससे इसकी मारक क्षमता में इजाफ़ा हुआ है.

पाकिस्तान को तुर्की का साथ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और तुर्की के राष्ट्रपति अर्देआन

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पहलगाम में चरमपंथी हमले के बाद दक्षिण एशिया के दो परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसी देशों में तनाव के बाद से तुर्की ने खुलकर पाकिस्तान का पक्ष लिया है.

सात मई को भारत की ओर से पाकिस्तान में किए गए हवाई हमले के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रैचप तैय्यप अर्देआन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ से बात की.

तुर्की के राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक़, “अर्दोआन ने कहा कि तनाव और बढ़ने से रोकने के लिए तुर्की जो भी संभव होगा वह करेगा और इस संबंध में उनके कूटनीतिक संबंध जारी रहेंगे.”

तुर्की के राष्ट्रपति ने पहलगाम हमले की स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच कराने के पाकिस्तान के फ़ैसले का भी समर्थन किया.

अर्दोआन ने सोशल मीडिया पर नागरिकों की बढ़ती मौतों पर चिंता व्यक्त करते हुए लिखा, “हमें चिंता है कि पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव मिसाइल हमलों के साथ खुले संघर्ष की ओर बढ़ सकता है जिसके परिणामस्वरूप कई नागरिक शहीद हो गए हैं.”

उन्होंने कहा, “मैं हमलों में अपनी जान गंवाने वाले हमारे भाइयों के लिए अल्लाह की रहमत की दुआ करता हूं, और मैं एक बार फिर पाकिस्तान के भाईचारे वाले लोगों और सरकार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.”

पिछले महीने 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए चरमपंथी हमले के बाद, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, भारत ने सात मई को तड़के पाकिस्तान में नौ जगहों पर हवाई हमला किया और दावा किया था ये हमले आतंकी ठिकानों को लक्षित थे न कि किसी सैन्य प्रतिष्ठान या नागरिक आबादी में किए गए थे.

शुक्रवार को भारत ने दावा किया कि आठ मई यानी गुरुवार की शाम को जम्मू समेत पश्चिमी सीमा क्षेत्र में पाकिस्तान ने ड्रोन्स और मिसाइल से हमले किए. पाकिस्तान ने भारत की इस बात का खंडन किया है.

इस बीच अमेरिका से लेकर संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से तनाव कम करने की अपील की है.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

SOURCE : BBC NEWS