Source :- LIVE HINDUSTAN
बीते वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में टाटा स्टील का स्टील उत्पादन पांच प्रतिशत घटकर 74.5 लाख टन रह गया है। पूरे वित्त वर्ष के लिए कंपनी की बिक्री इससे पिछले वित्त वर्ष के 2 करोड़ 91.6 लाख टन के मुकाबले छह प्रतिशत बढ़कर तीन करोड़ 8.6 लाख टन हो गई।

Tata steel share price: टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा स्टील के शेयर ने शुक्रवार को डिविडेंड डे पर ट्रेड किया। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शेयर में 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। इस शेयर को लेकर एक्सपर्ट भी बुलिश नजर आ रहे हैं। आइए शेयर के परफॉर्मेंस और टारगेट प्राइस के बारे में जान लेते हैं।
शेयर का परफॉर्मेंस
शुक्रवार को टाटा स्टील के शेयर 154.40 रुपये की पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 157.85 रुपये पर पहुंच गया है। यह शेयर 2.01% बढ़कर 157.50 रुपये पर बंद हुआ। शेयर के 52 हफ्ते का हाई 184.60 रुपये और 52 हफ्ते का लो 122.60 रुपये है। शेयर अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर से करीब 30% चढ़ चुका है।
डिविडेंड की डिटेल
टाटा स्टील के बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2025 के लिए 3.60 रुपये प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड घोषित किया है। डिविडेंड भुगतान के लिए पात्र शेयरधारकों को निर्धारित करने के लिए रिकॉर्ड तिथि 6 जून तय की गई थी। डिविडेंड वार्षिक आम बैठक की तिथि से पांच दिन बाद वितरित किया जाएगा। रिकॉर्ड तिथि 6 जून को खरीदे गए शेयर भारत के टी+1 सैटलमेंट साइकिल के कारण डिविडेंड भुगतान के लिए पात्र नहीं हैं। इसलिए डिविडेंड वे निवेशक होंगे, जिनके पास 5 जून तक शेयर थे।
क्या है ब्रोकरेज का टारगेट प्राइस
जेफरीज को टाटा स्टील के शेयर का मूल्यांकन आकर्षक लगता है। विदेशी ब्रोकरेज ने कहा कि हम टाटा स्टील के लिए अपने वित्त वर्ष 25-27 ईपीएस में 22-29 प्रतिशत की वृद्धि करते हैं। वहीं, नुवामा ने टाटा स्टील के शेयर को उसकी पिछली रेटिंग “होल्ड” से अपग्रेड करके “खरीदें” कर दिया है। इसने अपने टारगेट प्राइस को पहले के 164 रुपये से बढ़ाकर 177 रुपये कर दिया है। इसके अलावा एमके ग्लोबल ने स्टॉक पर 165 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। एंटीक ब्रोकिंग ने मेटल स्टॉक पर 165 रुपये का लक्ष्य रखा है।
कैसे रहे तिमाही नतीजे
बीते वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में टाटा स्टील का स्टील उत्पादन पांच प्रतिशत घटकर 74.5 लाख टन रह गया है। कंपनी के ब्रिटेन परिचालन में बदलाव की वजह से उसके उत्पादन में कमी आई है। पूरे वित्त वर्ष के लिए कंपनी की बिक्री इससे पिछले वित्त वर्ष के 2 करोड़ 91.6 लाख टन के मुकाबले छह प्रतिशत बढ़कर तीन करोड़ 8.6 लाख टन हो गई।
SOURCE : LIVE HINDUSTAN