Source :- LIVE HINDUSTAN
बयान में इन वित्तीय निकायों को शेयर बाजार में धीरे-धीरे निवेश की राशि बढ़ाने और उन पर नजर रखने को भी कहा गया है।
अमेरिका और चीन के बीच तनातनी नई बात नहीं है लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने से चीन का तनाव चरम पर पहुंच गया है क्योंकि उन्होंने चीन पर टैरिफ लगाने की धमकी दी है। ट्रंप ने कहा है कि एक फरवरी से चीन पर 10 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रंप के इस ऐलान के बाद चीनी बाजार में हड़कंप है। चीनी सरकार ने इससे निपटने की तैयारियां तेज कर दी हैं और ताजा घटनाक्रम में कदम उठाते हुए अपने वित्तीय संस्थानों से चीनी शेयर बाजार में अधिक से अधिक फंड निवेश करने का फरमान जारी किया है। इसे चीन में ऐहतियाती और इमरजेंसी प्लान के रूप में देखा जा रहा है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी बाजार नियामक ने अमेरिकी कदम से उत्पन्न होने वाले आर्थिक संकट से निपटने के लिए पहले ही एक कार्य योजना तैयार की है, जिसके तहत राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा कोष, म्यूचुअल फंड और अन्य स्रोतों से शेयर बाजार में निवेश बढ़ाने को कहा गया है।
चीन के वित्त मंत्रालय, पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना, चीन प्रतिभूति विनायमक आयोग (China Securities Regulatory Commission (CSRC) और राष्ट्रीय वित्तीय विनियामक प्रशासन (National Financial Regulatory Administration)समेत सरकार कई एजेंसियों ने साझा बयान जारी कर वाणिज्यिक बीमा निधि (commercial insurance funds), राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा निधि (National Social Security Fund) और म्यूचुअल फंड समेत मध्यम और दीर्घकालिक निधियों से शेयर बाजार में अधिक से अधिक निवेश करने और भागीदारी बढ़ाने को कहा है।
बयान में इन वित्तीय निकायों को शेयर बाजार में धीरे-धीरे निवेश की राशि बढ़ाने और उन पर नजर रखने को भी कहा गया है। बयान में कहा गया है कि यह कदम शेयर बाजार को स्थिर करने के लिए बड़ा कदम है। इसके अलावा चीनी अर्थव्यवस्था और सुस्त शेयर बाजार को बढ़ावा देने के लिए पिछले साल शुरू की गई पॉलिसी का विस्तारित कदम है। दरअसल, चीन ने इन योजनाओं को ऐसे समय में लागू किया है या पुरानी योजना को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया है, जब ट्रंप की धमकियों से चीनी बाजार में अनिश्चितता का माहौल है।
बता दें कि 2025 के शुरुआती हफ्ते में चीनी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी, जो 2016 के बाद से पहली बार ऐसी नववर्ष पर खराब शुरुआत थी। बुधवार (22 जनवरी) को भी शंघाई और हॉन्गकॉन्ग बाजार में ट्रंप के टैरिफ में इजाफा करने और चीन को मात देने के लिए AI में निवेश योजना के ऐलान के कारण बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
वरिष्ठ चीन रणनीतिकार जिंग झाओपेंग के हवाले से कहा गया है कि चीनी अधिकारियों ने योजना तैयार कर ली है। उनके मुताबिक, जब से ट्रंप ने टैरिफ की घोषणा की है, चीन ने इस योजना को जारी करके जवाब दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी नियामक गुरुवार को एक ब्रीफिंगकरेगा, जिसमें China Securities Regulatory Commission के अध्यक्ष वू किंग, उप वित्त मंत्री लियाओ मिन और पीबीओसी के अधिकारी जैसे शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। बीजिंग स्थित निवेश फर्म चैनसन एंड कंपनी के निदेशक शेन मेंग ने कहा, “शेयर बाजार पर टैरिफ के खतरों के संभावित प्रभाव को कम करने के लिए पहले से ही कार्रवाई करना आवश्यक है।”
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