Source :- LIVE HINDUSTAN
जरायल और हमास के बीच 15 महीनों से चल रही जंग बीते रविवार को सीजफायर के बाद रुक गई। महीनों चली इस जंग में सबसे ज्यादा नुकसान गाजावासियों को झेलना पड़ा। उनके अपने, रिश्तेदार, घर, अस्पताल, स्कूल सबकुछ खत्म हो गया। गाजा श्मशान का ढेर बन चुका है। इस जंग में कम से कम 47 हजार गाजावासियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इजरायली सेना गाजा में अपना हमला भले ही रोक चुकी है, लेकिन बर्बादी के निशान अभी भी गाजावासियों को रुला रहे हैं। स्टेट मीडिया ने एक बयान में कहा कि मलबे से दो दिन में 200 लाशें निकाली जा चुकी हैं। संयुक्त राष्ट्र ने क्षति का आंकलन करते हुए कहा कि गाजा में तबाही के निशान इतने गहरे और ज्यादा हैं कि मलबा हटाने में खरबों का खर्च आएगा और 21 साल लग जाएंगे।
इस बीच अभी भी इजरायल का वेस्ट बैंक के जेनिन में हमास के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। इजरायल जेनिन को अपना हिस्सा बताता है और हमास की मौजूदगी को घुसपैठ। बीते दो दिन में यहां ऑपरेशन में 120 लोगों की जान जा चुकी है। यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि मरने वालों में कितने आतंकी और कितने आम नागरिक थे। बुधवार को कम से कम 10 फिलिस्तीनियों की जान चली गई।
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