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आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट का बड़ा फैसला, IPO के लिए किया यह बदलाव

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Source :- LIVE HINDUSTAN

लेंसकार्ट ने खुद को एक पब्लिक कंपनी में बदल लिया है। लेंसकार्ट की ओर से यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब कंपनी पब्लिक लिस्टिंग की तैयारी कर रही है। नाम में बदलाव इस तैयारी का हिस्सा माना जा रहा है।

Deepak Kumar लाइव हिन्दुस्तानSat, 7 June 2025 05:52 PM
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आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट का बड़ा फैसला, IPO के लिए किया यह बदलाव

Eyewear Brand Lenskart IPO: ओमनीचैनल आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट ने खुद को एक पब्लिक कंपनी में बदल लिया है। कंपनी ने अपने शेयरधारकों द्वारा पारित एक विशेष प्रस्ताव के माध्यम से अपने रजिस्टर्ड नाम को लेंसकार्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड से बदलकर लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड कर दिया है। लेंसकार्ट की ओर से यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब कंपनी पब्लिक लिस्टिंग की तैयारी कर रही है। नाम में बदलाव इस तैयारी का हिस्सा माना जा रहा है। बता दें कि लेंसकार्ट संभावित $10 बिलियन वैल्यूएशन पर $1 बिलियन का आईपीओ लाने पर विचार कर रही है।

5 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन

गुरुग्राम की कंपनी लेंसकार्ट ने पिछले साल जून में 5 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन पर $200 मिलियन जुटाए थे। यह आईपीओ के संभावित वैल्यूएशन का डबल है। पिछले साल के फंड राइजिंग में सिंगापुर के सॉवरेन फंड टेमासेक और यूएस फाइनेंशियल सर्विसेज दिग्गज फिडेलिटी का निवेश था। बहरहाल, सॉफ्टबैंक समर्थित यह कंपनी शिप्रॉकेट, जेटवर्क, फिजिक्सवाला, बोट, ब्लूस्टोन और अन्य स्टार्टअप्स में शामिल हो गई है जो आईपीओ की तैयारी कर रहे हैं। अपनी स्थापना के बाद से लेंसकार्ट ने लगभग 2 बिलियन डॉलर का वित्तपोषण पूरा कर लिया है।

पीयूष बंसल हैं कंपनी के संस्थापक

बता दें कि जुलाई 2024 में लेंसकार्ट के संस्थापक पीयूष बंसल, नेहा बंसल, अमित चौधरी और सुमीत कपाही ने कंपनी में लगभग $20 मिलियन का निवेश किया था। वहीं, कंपनी सालाना 25 मिलियन फ्रेम और 30-40 मिलियन लेंस बनाती है। इस कंपनी के भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में 2,500 से अधिक स्टोर हैं। कंपनी की ऑनलाइन उपस्थिति भी है।

वित्त वर्ष 2024 में, लेंसकार्ट का नेट लॉस वित्त वर्ष 2023 में 64 करोड़ रुपये से घटकर 10 करोड़ रुपये रह गया, जिसका श्रेय कंपनी ने परिचालन स्किल्स को दिया है। परिचालन राजस्व 43% बढ़कर 5,428 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, एबिटा से पहले की आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 856 करोड़ रुपये हो गई।

SOURCE : LIVE HINDUSTAN