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अगले 48 घंटे ईरान के लिए धुकधुकी भरा? G7 समिट छोड़कर आए ट्रंप ने कर दिया बड़ा इशारा

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Source :- LIVE HINDUSTAN

डोनाल्ड ट्रम्प ने कनाडा में जी 7 शिखर सम्मेलन को जल्दी छोड़ कर वापस लौटने का फैसला तो किया ही है। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को वाइट हाउस के सिचुएशन रूम में बैठक के लिए तैयार रहने का भी आदेश दिया है। इससे अटकलें बढ़ गई हैं।

ईरान-इजरायल में छिड़े युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कनाडा में आयोजित हो रहे जी7 शिखर सम्मेलन को बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट आए हैं। इस बीच, रास्ते में उन्होंने ईरान-इजरायल युद्ध को लेकर बड़े इशारे किए हैं। उन्होंने कहा है कि अगले 48 घंटे अहम होंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट तौर पर कहा है कि वह सीजफायर यानी युद्धविराम के पक्ष में नहीं हैं बल्कि वह युद्ध को पूरी तरीके से खत्म करने के पक्षधर हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले 48 घंटों में कुछ भी हो सकता है। बड़ी बात यह भी है कि यह युद्ध तब तक निर्णायक रूप से खत्म नहीं हो सकता, जब तक कि अमेरिका इसमें सहयोग या दखल ना दे।

बता दें कि अभी तक अमेरिका इस युद्ध में प्रत्यक्ष रूप से नहीं कूदा है, लेकिन उसने ईरान को पहले ही ताकीद कर दिया है कि अगर उसके सैनिकों और संपत्तियों पर कोई हमला ईरान की तरफ से किया गया तो इसका उसे गंभीर ही नहीं भयानक अंजाम भुगतना पड़ेगा। दूसरी तरफ, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामनेई के खात्मे पर तुले हुए हैं लेकिन ट्रंप राजनेताओं को निशाना बनाने से परहेज करने की बात कर रहे हैं।

खामनेई को मारने की कोई योजना नहीं: ट्रंप

नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ जारी युद्ध को वहां के दुष्ट शासकों से मुक्त कराने का अभियान बताते हुए कहा कि उनके दिन अब लद गये हैं और वहां स्वतंत्रता की मशाल जल चुकी है। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल के सैन्य अभियान उसके लोगों को इस्लामिक गणराज्य को उखाड़ फेंकने का मौका दे रहा है। ट्रंप ने सोशल ट्रूथ पर एक नए पोस्ट में ईरान को सरेंडर करनी की नसीहत दी है। उन्होंने लिखा है कि पता है कि खामनेई कहां छिपे हैं लेकिन उन्हें मारने की कोई योजना नहीं है।

ट्रंप युद्ध में सीधी भागीदारी पर ले सकते हैं फैसला

दूसरी तरफ, अब ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि डोनाल्ड ट्रम्प इस युद्ध में अब अधिक प्रत्यक्ष भागीदारी की तरफ झुकाव कर सकते हैं। दरअसल, ट्रंप ने जी7 बैठक से लौटने के बाद अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को वाइट हाउस के सिचुएशन रूम में बैठक के लिए तैयार रहने का भी आदेश दिया है। इससे अटकलें बढ़ गई हैं। अगर ऐसा होता है तो ईरान के लिए यह बुरे सपने से कम नहीं होगा क्योंकि इजरायल के हमले से ईरान पहले ही जर्जर हो चुका है। इजरायल ने ईरान के सैन्य प्रमुख शादमानी को मार गिराने का दावा किया गया है। इसके अलावा इजरायल ने तेहरान में उसके सरकारी मीडिया आईआरआईबी न्यूज के मुख्यालय को भी निशाना बनाया है । इजरायली हमलों में अब तक 227 ईरानी नागरिकों की मौत हो चुकी है।

फोर्दो यूरेनियम संवर्धन ठिकाना सुरक्षित

इजरायलियों का कहना है कि उनके हमले ने ईरान की हवाई सुरक्षा को नष्ट कर दिया है और अब वे पूरे ईरान में अपनी मर्जी के अनुसार ठिकानों को टारगेट कर सकते हैं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि इजरायल की ईरान पर बमबारी तब तक जारी रहेगी, जब तक ईरान का परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइलें नष्ट नहीं हो जातीं। अब तक, इजरायल ने कई ईरानी परमाणु कार्यक्रम स्थलों को भी निशाना बनाया है, लेकिन ईरान की फोर्दो यूरेनियम संवर्धन ठिकाने को नष्ट नहीं कर पाया है।

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फोर्दो यूरेनियम ठिकाना कितना सुरक्षित?

दरअसल, यह ठिकाना जमीन के अंदर गहराई में छिपा हुआ है। इसे नष्ट करने के लिए, इजरायल को 30,000 पाउंड के GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP) की जरूरत होगी, जो सिर्फ अमेरिका के पास है। यानी इसे सिर्फ अमेरिका के जेबीयू 57 A/B MOP से ध्वस्त किया जा सकता है। जेबीयू 57 A/B दरअसल करीब 14 हजार किलो का बम है,जो अपने वजन और गतिज बल का उपयोग करके गहराई में छिपे टारगेट तक पहुंच सकता है और फिर विस्फोट कर सकता है। पेनेट्रेटर को मौजूदा दौर में B-2 स्टील्थ बॉम्बर द्वारा पहुंचाया जाता है। इजरायल के पास इसे पहुंचाने के लिए ना तो वह विस्फोटक है और ना ही बमवर्षक।

तेहरान की मिसाइलें भी तेल अवीव में बरपा रहीं कहर

ईरान के जवाबी हमलों के सामने इजरायल की सुरक्षा भले ही चुस्त है लेकिन तेहरान की कुछ मिसाइलें तेल अवीव तक अंदर घुस रही हैं और घातक प्रभाव डाल रही हैं। उधर, वाइट हाउस ने ईरान पर हमले में अमेरिका के शामिल होने की अटकलों के बीच अपने रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ को प्राइम-टाइम टीवी पर भेजा, जिन्होंने फॉक्स न्यूज चैनल को बताया कि ट्रम्प ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाने के लिए एक निर्णायक फैले पर पहुंचना चाह रहे हैं।

SOURCE : LIVE HINDUSTAN