Source :- LIVE HINDUSTAN
अपने हाथों से बने खाने में अगर आप मां वाला स्वाद तलाश रही हैं, तो इस काम में आपकी मदद करेंगी ये शेफ। इंटरनेट के माध्यम से इन्होंने हर उम्र के लोगों को स्वादिष्ट खाना बनाना सिखा दिया है। इनकी सफलता की कहानी साझा कर रही हैं स्वाति गौड़
कुकिंग क्वीन तरला दलाल
अपनी आसान और स्वादिष्ट रेसिपीज के माध्यम से आम आदमी की रसोई तक पहुंचने वाली तरला दलाल को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। वो एक ऐसी पाक गुरु थीं, जिन्होंने हर उम्र के लोगों में खाना पकाने को लेकर दिलचस्पी जगाने का काम किया। पुणे में जन्मी तरला दलाल अपने कुकरी शो ‘कुक इट अप विद तरला दलाल’ से हर घर का एक अभिन्न हिस्सा बन गईं। उन्होंने भारतीय कुकिंग इंडस्ट्री में ऐसे क्रांतिकारी बदलाव किए, जिनकी वजह से रसोई घर के प्रति लोगों का नजरिया ही बदल गया। उनके द्वारा लिखी गई किताबें बेस्ट सेलर बन गईं, जिनका हिंदी सहित गुजराती, मराठी, बंगाली, डच और रशियन भाषाओं में रूपांतरण किया गया। 2007 में उन्होंने अपनी ‘टोटल हेल्थ सीरीज’ नामक कुकबुक सीरीज की भी शुरुआत की। तरला दलाल की सबसे बड़ी खासियत उनका खाना पकाने का अंदाज था, जिसे देखकर हर व्यक्ति को अपनी मां की याद आ जाती थी। रसोई घर में रखें रोजमर्रा के राशन से ही वो ऐसे कमाल के व्यंजन तैयार कर देती थीं कि बाहर के खाने की कमी महसूस ही नहीं होती थी। हालांकि आज वो इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी कुकरी बुक्स भारतीय रसोई घरों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी हैं। खाना पकाने को लेकर उनका अनुभव और अंदाज इतना आसान और दिलचस्प था कि नौसिखियों से लेकर अनुभवी रसोइयों तक सभी ने उनसे सरल और स्वादिष्ट भोजन पकाने के महत्वपूर्ण गुर सीखे हैं। इतना ही नहीं तरला दलाल के ऊपर हिंदी में एक बायोपिक भी बन चुकी है, जिसमें हुमा कुरैशी ने उनकी भूमिका निभाई है।
यूट्यूब वाली मां निशा मधुलिका
दिखने में बेहद सरल और बोलने में बहुत सौम्य निशा मधुलिका को देखकर अकसर युवाओं को अपनी मां की याद आ जाती है। अपने यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से शुद्ध शाकाहारी व्यंजन बनाना सिखाने वाली शेफ निशा मधुलिका इंटरनेट पर मां जैसी पहचान के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने वर्ष 2011 में अपने ऑनलाइन कुकिंग करिअर की शुरुआत की थी और आज उनके 14 मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। नोएडा निवासी निशा पेशे से टीचर थीं, लेकिन कुकिंग के प्रति उनके जबरदस्त रुझान ने उन्हें एक सफल शेफ बना दिया। आज एक सफल शेफ होने के साथ-साथ निशा रेस्तरां सलाहकार भी हैं और बहुत सी वेबसाइट्स पर फूड कॉलम लिखती हैं। जितने आसान शब्दों में वो खाना पकाना सिखाती हैं, उससे महसूस होता है कि स्वादिष्ट खाना पकाने के लिए कोई कुकिंग कोर्स करने की जरूरत है नहीं है। निशा की विशेषता यह है कि वह खाना पकाने के पारंपरिक तरीके इस्तेमाल करती हैं, जिनके लिए आधुनिक उपकरणों की कोई जरूरत ही नहीं है। रसोई घर में आसानी से मिलने वाले मसालों से निशा इतनी दिलचस्प रेसिपी तैयार कर देती हैं कि खाने वाला स्वाद का कायल हो जाता है। उनकी चॉकलेट गुझिया की रेसिपी पारंपरिक और मॉडर्न कुकिंग का शानदार फ्यूजन है। ऐसे व्यंजन युवाओं को विशेष रूप से उनकी कुकिंग के प्रति आकर्षित करते हैं।
इंजीनियर बनाम शेफ अर्चना दोशी
पेशे से इंजीनियर अर्चना दोशी ने अपने खाना पकाने के सफर की शुरुआत 2007 में की थी। बेंगलुरू की रहने वाली अर्चना अपने कुकिंग चैनल अर्चनाज किचन के माध्यम से करीब 10 मिलियन से ज्यादा लोगों तक अपनी शानदार विधियां पहुंचा रही हैं। अर्चना अपने चैनल पर लंच बॉक्स की स्वादिष्ट और झटपट बन जाने वाले व्यंजनों के अलावा मील प्लानिंग टिप्स भी शेयर करती हैं। उनकी वीगन और वेजीटेरियन डिशेज लोगों में बहुत लोकप्रिय हैं। इतना ही नहीं शुगर के मरीजों के लिए भी अर्चना विशेष रूप से स्वादिष्ट व्यंजनों की विधियां बताती हैं, जो लोगों को बहुत पसंद आती हैं। ऑनलाइन शेफ होने के साथ-साथ अर्चना एक लेखिका भी हैं और कुकिंग पर आधारित दो किताबें लिख चुकी हैं। ‘एवरीडे मील प्लांस’ और ‘टेस्टी टिफिन्स’ नामक यह दोनों किताबें युवा कामकाजी लोगों के बीच खासी लोकप्रिय हैं क्योंकि इनमें झटपट बन जाने वाले टेस्टी और हेल्दी व्यंजनों के बारे में बताया गया है। अर्चना का मानना है कि घर के बने खाने का कोई अन्य विकल्प हो ही नहीं सकता है, बस इसे नीरस की बजाय दिलचस्प और आकर्षक तरीके से बनाना चाहिए, ताकि मां के हाथ का बना खाना सिर्फ हेल्दी होने की बजाय टेस्टी भी लगे।
रसोई वाली दोस्त कबिता
पुणे की फूड ब्लॉगर और कबिताज किचन के नाम से अपना यू-ट्यूब चैनल चलाने वाली कबिता सिंह भारतीय किचन में एक जाना-माना नाम बन चुकी हैं। अपनी दस मिनट के प्रेशर कुकर वाली रेसिपी से लेकर स्ट्रीट स्टाइल आलू चाट और पनीर भुर्जी तथा जीरो ऑयल आलू-पालक की विधि तक वह नए-नए आसान व्यंजन बनाना सिखाती हैं। कबिता ने अपने कुकिंग सफर की शुरुआत तब की, जब 2014 में उनके बेटे ने स्कूल जाना शुरू किया। अपने खाली समय में कबिता ने खाना पकाने के वीडियो अपने यू-ट्यूब चैनल पर डालने शुरू किए और देखते ही देखते उनका चैनल सुपरहिट हो गया। 11 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर वाले उनके यू-ट्यूब चैनल को डायमंड बटन भी मिल चुका है और कबिता मास्टर शेफ इंडिया में भी हिस्सा ले चुकी हैं। कबिता के वीडियो बेहद आसान और सीधे-सादे होते हैं, जिनमें आसानी से बनने वाले स्वादिष्ट और हेल्दी व्यंजनों पर ध्यान दिया जाता है। युवाओं को कबिता की रेसिपीज खासी पसंद आती हैं क्योंकि इन व्यंजनों को वह खुद भी आसानी से बना सकते हैं।
SOURCE : LIVE HINDUSTAN