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कल्कि केकलां ने बताए वॉटर बर्थ के फायदे, बोलीं- लोग इसे जादू-टोना या चुड़ैलों वाला काम समझते हैं

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Source :- LIVE HINDUSTAN

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कल्कि केकलां ने अपनी बेटी के जन्म का अनुभव एक इंटरव्यू में साझा किया। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी का जन्म वॉटर बर्थिंग से हुआ है। यह जन्म देने का बेहतर तरीका है लेकिन लोग इसे जानते नहीं हैं।

Kajal Sharma लाइव हिन्दुस्तानFri, 16 May 2025 10:00 AM
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कल्कि केकलां ने बताए वॉटर बर्थ के फायदे, बोलीं- लोग इसे जादू-टोना या चुड़ैलों वाला काम समझते हैं

कल्कि केकलां ने अपनी बेटी को वॉटर बर्थ तरीके से जन्म दिया है। एक पॉडकास्ट के दौरान इन्होंने इस तरीके के कई फायदे बताए। कल्कि ने कहा कि बच्चे और मां दोनों के लिए प्रॉसेस बेहतर होती है। हालांकि लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है तो वे इसे जादू-टोना या कोई चुड़ैल प्रैक्टिस समझते हैं।

बच्चे को नहीं होता ट्रॉमा

Aleena Dissects से बातचीत में कल्कि ने वॉटर बर्थ की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया मां और बच्चे दोनों के लिए अच्छी होती है। कल्कि बोलीं, ‘वॉटर बर्थिंग तो स्टैंडर्ड प्रैक्टिस होनी चाहिए।’ कल्कि ने बताया कि बेबी जब एम्निऑटिक फ्लूड (यूटरस के पानी) से गुनगुने पानी में आता है तो उसको अचानक से ट्रॉमा नहीं होता। मां के लिए भी रिकवरी प्रॉसेस आसान होती है। जब लेबर पेन होता है तो पानी नेचुरली दर्द से आराम देता है।

आराम से होती है डिलीवरी

कल्कि बोलती हैं, ‘इस तरीके के सपोर्ट में कई शोध हो रहे हैं। यह बच्चे को शॉक नहीं लगने देता और डिलीवरी आराम से होती है। मेरा मानना है कि नैचुरल बर्थ के लिए यही तरीका होना चाहिए।’ कल्कि ने यह बात भी मानी कि इस तरीके में इतनी अच्छाइयां होने के बाद भी कई जगहों पर इसका अता-पता भी नहीं है।

लोग मानते हैं जादू-टोना

कल्कि बोलीं, ‘कुछ लोग इस तरीके को अजीब या जादू-टोने की तरह से मानते हैं जैसे ये कोई चुड़ैल प्रैक्टिस हो।’ कल्कि ने माना कि ऐसी सोच इस वजह से आती है क्योंकि लोगों में जानकारी की कमी है। दूसरा इसकी कीमत भी एक वजह है। कल्कि बोलीं, ‘कुछ जगहों पर यह ज्यादा महंगा है, इस वजह से भी लोग दूर भागते हैं। लेकिन कुछ अस्पतालों में यह सुविधा है, दिक्कत ये है कि लोगों को इस ऑप्शन के बारे में पता नहीं है।’

SOURCE : LIVE HINDUSTAN