Source :- LIVE HINDUSTAN
आयुर्वेद के अनुसार इन लोगों को जिम में वर्कआउट करने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं किन लोगों को जिम में वर्कआउट करने से बचना चाहिए।

कई लोगों के लिए जिम में वर्कआउट करना पैशन तो कुछ के लिए उनकी जरूरत हो सकता है। जिम में वर्कआउट करने से व्यक्ति ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक तौर पर भी सेहतमंद बना रहता है। सेहत के लिए जिम करने के ढेरों फायदे होने के बावजूद क्या आप जानते हैं, कुछ लोगों को भूलकर भी जिम में वर्कआउट करने की गलती नहीं करनी चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार इन लोगों को जिम में वर्कआउट करने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं किन लोगों को जिम में वर्कआउट करने से बचना चाहिए।
गर्भावस्था या विशेष चिकित्सा स्थिति में
गर्भवती महिलाओं या हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, या अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को बिना चिकित्सक की सलाह के जिम में कठिन व्यायाम नहीं करना चाहिए।
नींद पूरी ना होने पर
पर्याप्त नींद न लेने पर शरीर की ऊर्जा और मांसपेशियों की रिकवरी प्रभावित होती है। अच्छी नींद नहीं लेने की वजह से जिम में वर्कआउट के दौरान चोट या थकान महसूस हो सकती है।
चोट या दर्द होने पर
मांसपेशियों में खिंचाव, जोड़ों में दर्द, या किसी प्रकार की चोट लगने पर भी जिम में वर्कआउट करने से बचना चाहिए। ऐसा ना करने पर स्थिति और गंभीर हो सकती है। हमेशा चिकित्सक की सलाह लेने के साथ पूरी तरह ठीक होने तक आराम करें।
अत्यधिक थकान या तनाव महसूस करने पर
अगर आप पहले से ही शारीरिक या मानसिक रूप से बहुत थके हुए हैं, तो जिम में वर्कआउट करने से तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसा होने पर वर्कआउट की जगह योग या हल्की सैर करें।
खाली पेट या अधिक खाने के बाद
खाली पेट जिम जाना ऊर्जा की कमी और चक्कर आने का कारण बन सकता है। वहीं, भारी भोजन के तुरंत बाद वर्कआउट करने से पाचन बिगड़ सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, भोजन के 2-3 घंटे बाद व्यायाम करना सबसे अच्छा माना गया है।
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